| 1. | कमजोर प्रतिक्रिया वाले भारी कण) कहा जाता है।
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| 2. | न्युट्रान इनमे सबसे भारी कण होता है लेकिन विद्युत-उदासीन होता है।
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| 3. | कमजोर प्रतिक्रिया वाले भारी कण जिसमे न्युट्रलिनो भी शामील है), अचर न्युट्रीनो (
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| 4. | प्रोटान भी भारी कण (न्युट्रान से हल्का) है लेकिन धनात्मक आवेशित होता है।
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| 5. | इस प्रकार स्थूल, हल्के कणों से बहुमूल्य धातु के भारी कण अलग हो जाते हैं।
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| 6. | दूसरी और तीसरी पीढ़ी के भारी कण शीघ्रता से विघटित होकर पहली पीढ़ी के कणों में बदल जाते हैं।
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| 7. | इसीलिये इस भूमिगत ' महाचक्र ' का नाम ' लार्ज हेड्रान कोलाइडर ' (विशाल भारी कण संघट्टक) है।
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| 8. | इन परमाणुओं के भीतर न्यूक्लियस में भारी कण प्रोटोंस और न्यूट्रोंस हैं, और बाहर हलके इलेक्ट्रोंस घूम रहे हैं ।
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| 9. | अन्य भारी कण स्थायी नही होते है, उनका क्षय हो जाता है और वे हल्के कणो मे परिवर्तित हो जाते है।
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| 10. | किन्तु थोड़ा सा क्वार्क बच जाता है, जो ‘ हेड्रान ' में बदल कर प्रोटान जैसा भारी कण बनता है।
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